हैदराबाद से शर्मनाक और चौंकाने वाली घटना – बेटियों की फीस भरने के लिए कपल करता था लाइव सेक्स स्ट्रीमिंग, मास्क पहनकर वीडियो बनाते थे
हैदराबाद, जून 2025 — आर्थिक तंगी इंसान को किस हद तक मजबूर कर सकती है, इसका एक बेहद चौंकाने वाला और शर्मनाक उदाहरण हैदराबाद से सामने आया है। यहां एक मध्यवर्गीय विवाहित जोड़ा अपनी दो बेटियों की पढ़ाई का खर्च उठाने के लिए लाइव सेक्स स्ट्रीमिंग करता था। पुलिस द्वारा की गई छानबीन और गिरफ्तारी के बाद इस पूरे मामले का खुलासा हुआ है, जिसने समाज और इंटरनेट की काली दुनिया को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
क्या है पूरा मामला?
हैदराबाद पुलिस की साइबर क्राइम यूनिट को गुप्त सूचना मिली कि इंटरनेट पर एक कपल लंबे समय से पेड लाइव सेक्स स्ट्रीमिंग और रिकॉर्डेड पॉर्न वीडियो बेच रहा है। यह जोड़ा सोशल मीडिया और मैसेजिंग प्लेटफॉर्म्स के ज़रिए ग्राहकों से संपर्क करता था और निजी रूप से वीडियो भेजता था।
लाइव वीडियो देखने के लिए ग्राहक से 2000 रुपये और रिकॉर्डेड वीडियो के लिए 500 रुपये चार्ज किया जाता था।
पहचान छिपाने के लिए यह कपल चेहरे पर मास्क पहनता था और वीडियो बनाते समय अपना चेहरा कभी नहीं दिखाता था।
पुलिस ने तकनीकी ट्रैकिंग और बैंकिंग रिकॉर्ड्स के जरिए इन तक पहुंच बनाई और घर से गिरफ्तार कर लिया।

पूछताछ में सामने आई दर्दनाक सच्चाई
पुलिस पूछताछ में इस कपल ने बताया कि उनका यह कदम पूरी तरह मजबूरी में उठाया गया।
पति, जो पहले एक प्राइवेट कंपनी में कार्यरत था, लॉकडाउन के बाद से बेरोजगार हो गया था। पत्नी एक गृहिणी थी।
इस कपल की दो बेटियां हैं –
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एक बीटेक सेकेंड ईयर में पढ़ रही है
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दूसरी 12वीं पास कर ग्रेजुएशन में एडमिशन की तैयारी में थी
उच्च शिक्षा की बढ़ती फीस, घर का किराया, बिजली बिल और रोज़मर्रा के खर्चों ने इनकी कमर तोड़ दी थी।
बैंक से लोन लेना संभव नहीं था और रिश्तेदारों से भी मदद नहीं मिल पा रही थी। ऐसे में सोशल मीडिया के ज़रिए उन्हें ‘एडल्ट कंटेंट से पैसे कमाने’ का आइडिया मिला और उन्होंने यह घिनौना रास्ता चुना।
तकनीक और अश्लीलता की खतरनाक मिलावट
पुलिस के अनुसार, इस कपल ने अपने मोबाइल फोन का ही इस्तेमाल कर वीडियो शूट किए और गूगल ड्राइव व टेलीग्राम जैसे प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से ग्राहकों को वीडियो भेजे।
पैसे लेने के लिए उन्होंने डिजिटल पेमेंट माध्यम – जैसे Google Pay, PhonePe और UPI – का इस्तेमाल किया ताकि कोई शक न हो।
पुलिस ने इनके पास से:
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3 मोबाइल फोन
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एक लैपटॉप
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60 से ज्यादा अश्लील वीडियो
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ग्राहकों के साथ हुए चैट रिकॉर्ड्स
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5 बैंक खातों की जानकारी जब्त की है।
क्या कहते हैं कानून?
भारत में आईटी एक्ट 2000 की धारा 67, 67A और आईपीसी की विभिन्न धाराएं इस प्रकार की अश्लील सामग्री बनाने, प्रसारित करने और उससे लाभ कमाने पर कठोर दंड का प्रावधान करती हैं।
पुलिस ने इस जोड़े के खिलाफ इन्हीं धाराओं में मामला दर्ज किया है। कोर्ट में पेशी के बाद उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
सामाजिक सवाल – दोषी कौन?
इस घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं:
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क्या सिर्फ यह जोड़ा ही दोषी है या वो समाज भी जिसने उन्हें आर्थिक तंगी की इस कगार तक धकेला?
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क्या शिक्षा इतनी महंगी हो गई है कि अभिभावक अपनी गरिमा और नैतिकता तक को गिरवी रखने को मजबूर हो जाएं?
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और सबसे जरूरी – क्या डिजिटल प्लेटफॉर्म्स की निगरानी इतनी ढीली है कि कोई भी आसानी से अश्लील व्यापार शुरू कर दे?
निष्कर्ष
यह घटना न केवल अपराध है, बल्कि यह हमारी शिक्षा प्रणाली, आर्थिक व्यवस्था और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स की निगरानी व्यवस्था पर भी सवाल उठाती है।
जहां एक ओर यह कपल कानूनी रूप से पूरी तरह दोषी है, वहीं दूसरी ओर यह भी सोचने की बात है कि अगर उन्हें सही समय पर मदद मिलती, तो शायद वे ऐसा कदम न उठाते।
समाज को केवल दंड देने से नहीं, समस्या की जड़ तक जाकर समाधान निकालने की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में कोई और माता-पिता इस रास्ते पर न चले।
