थाना समाधान दिवस : कोतवाली सदर में डीएम-एसपी ने सुनी जनसमस्याएं — त्वरित एवं निष्पक्ष निस्तारण के दिए निर्देश

Spread the love

थाना समाधान दिवस : कोतवाली सदर में डीएम-एसपी ने सुनी जनसमस्याएं — त्वरित एवं निष्पक्ष निस्तारण के दिए निर्देश

लखीमपुर खीरी, 11 अक्टूबर।
जन शिकायतों के त्वरित और पारदर्शी समाधान के उद्देश्य से शनिवार को जिलेभर के सभी थानों में थाना समाधान दिवस का आयोजन किया गया। इसी क्रम में कोतवाली सदर थाने में आयोजित समाधान दिवस विशेष रूप से चर्चा का विषय बना, जब जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल और पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा स्वयं पहुचें और फरियादियों से आमने-सामने संवाद स्थापित कर उनकी समस्याएं सुनीं।


जनसुनवाई के दौरान गंभीरता और संवेदनशीलता का परिचय

डीएम और एसपी ने एक-एक पीड़ित की बात धैर्यपूर्वक सुनी और मौके पर ही संबंधित अधिकारियों को त्वरित जांच एवं विधिक कार्यवाही के निर्देश दिए। अधिकांश शिकायतें भूमि विवाद, पारिवारिक कलह, पुलिस कार्यवाही में देरी और राजस्व संबंधी मामलों से जुड़ी थीं।


“हीलाहवाली बर्दाश्त नहीं की जाएगी” – डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल

जनसुनवाई के दौरान जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा—

“राजस्व और पुलिस से जुड़ी शिकायतों का निस्तारण आपसी सामंजस्य से कराया जाए। इसमें किसी भी स्तर पर हीलाहवाली क्षम्य नहीं होगी। पीड़ितों की समस्याओं को केवल कागजों तक सीमित न रखें, बल्कि मौके पर जाकर समाधान सुनिश्चित करें।”

उन्होंने राजस्व एवं पुलिस कर्मियों को निर्देशित किया कि—

  • सभी विवादित मामलों में स्थल निरीक्षण अनिवार्य रूप से किया जाए।

  • यदि मामला गंभीर प्रकृति का हो तो तत्काल एसडीएम या तहसीलदार को अवगत कराया जाए।

  • शिकायतकर्ता को सुनवाई की वास्तविक स्थिति से अवगत कराते रहें, ताकि जनता का विश्वास बना रहे।


एसपी संकल्प शर्मा का सख्त संदेश

पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने कहा—

“पुलिस का दायित्व सिर्फ एफआईआर दर्ज करना नहीं, बल्कि निष्पक्ष कार्यवाही सुनिश्चित करना है। थानों में आने वाला हर व्यक्ति न्याय की आशा लेकर आता है, ऐसे में उसे निराश लौटना नहीं चाहिए।”

एसपी ने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया कि भूमि विवाद या पारिवारिक झगड़ों जैसे मामलों में काउंसलिंग और मध्यस्थता को प्राथमिकता दी जाए, ताकि अनावश्यक मुकदमेबाजी न हो और गांव-स्तर पर ही शांति-सद्भाव कायम रहे।


मैदानी स्तर पर निस्तारण को दिया गया जोर

समाधान दिवस के दौरान अधिकारियों ने यह भी सुनिश्चित किया कि—

  • सभी प्राप्त प्रार्थना-पत्रों को रजिस्टर में दर्ज कर समयबद्ध निस्तारण की प्रक्रिया शुरू की जाए।

  • खासकर भूमि और सीमा विवाद जैसे मामलों में राजस्व निरीक्षक और लेखपाल मौके पर जाकर समाधान कराएं।

  • समाधान के बाद रिपोर्ट लिखित रूप में थाना प्रभारी एवं एसडीएम को भेजी जाए।


प्रशासन की टीम रही सक्रिय

इस अवसर पर एसडीएम सदर अश्विनी कुमार सिंह, सीओ सिटी विवेक तिवारी, प्रभारी निरीक्षक राजेश कुमार सिंह, सहित राजस्व एवं पुलिस विभाग के कई अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे। अधिकारियों ने टीम भावना के साथ संयुक्त रूप से शिकायतों का संज्ञान लिया और निस्तारण प्रक्रिया शुरू की।


जनता में रहा उत्साह — समाधान दिवस बना भरोसे का मंच

थाना समाधान दिवस में आए फरियादियों ने प्रशासन की तत्परता की सराहना की। कई लोगों ने कहा कि उच्च अधिकारियों की मौजूदगी से उन्हें विश्वास हुआ कि अब उनकी बात सुनी जाएगी और समाधान अवश्य होगा।


थाना समाधान दिवस केवल एक औपचारिक बैठक नहीं, बल्कि शासन-प्रशासन और जनता के बीच विश्वास का सेतु है, जिसे मजबूत बनाने के लिए डीएम और एसपी की संलिप्तता ने एक नई मिसाल पेश की। उम्मीद है कि इसी तरह नियमित रूप से होने वाली यह जनसुनवाई लोगों को न्याय के करीब लाने का सबसे प्रभावी मंच बनेगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *