मुख्यमंत्री योगी के आशीर्वाद से पुनर्जीवित हुई सुहेली नदी: जलशक्ति मंत्री ने बताया ऐतिहासिक उपलब्धि, 50 हजार से अधिक ग्रामीणों को मिला राहत, 68.5 करोड़ की परियोजनाओं का किया लोकार्पण
लखीमपुर खीरी, 23 जुलाई 2025
जनपद लखीमपुर खीरी के लिए 23 जुलाई का दिन विकास और जलसंरक्षण के इतिहास में स्वर्णाक्षरों में दर्ज हो गया, जब जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने एक के बाद एक महत्वपूर्ण कार्यक्रमों की श्रृंखला में भाग लेते हुए सुहेली नदी पुनर्जीवन परियोजना, शारदा बैराज निरीक्षण तथा 68.5 करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण किया। इन सभी प्रयासों ने यह संदेश दिया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश ग्रामीण विकास, जल प्रबंधन और पर्यावरण संरक्षण में एक नई ऊंचाई छू रहा है।
पुनर्जीवित हुई सुहेली नदी: ग्रामीणों ने किया पुष्पवर्षा से अभिनंदन
निघासन तहसील के ग्राम लठौआ में जब जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह पुनर्जीवित सुहेली नदी के निरीक्षण हेतु पहुंचे, तो वहां उपस्थित ग्रामीणों ने उनका भव्य स्वागत किया। पुष्पवर्षा और जयकारों के बीच मंत्री और विधायक शशांक वर्मा का गर्मजोशी से अभिनंदन हुआ। जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल ने जलशक्ति मंत्री को पुष्पगुच्छ भेंट कर जनपद आगमन पर स्वागत किया।
जनसभा को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा:
“मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आशीर्वाद और जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल के दृढ़ नेतृत्व से ही आज यह संभव हो पाया है कि सुहेली नदी फिर से अपने प्रवाह में है। यह केवल नदी का पुनर्जीवन नहीं, बल्कि जीवनदायिनी प्रकृति की वापसी है।”
उन्होंने ‘खेत पर मेड, मेड पर पेड़’ का मंत्र देते हुए जल-जंगल-जमीन के संतुलन को जीवन रक्षा की अनिवार्यता बताया। साथ ही ग्रामीणों से शिक्षा, पर्यावरण और सांस्कृतिक मूल्यों की रक्षा करने का भी आह्वान किया।
50 हजार से अधिक लोगों को मिला लाभ, 1500 हेक्टेयर भूमि जलभराव से मुक्त: डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल
जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल ने अपने संबोधन में कहा:
“पिछले एक वर्ष में शासन से विशेष आर्थिक सहयोग प्राप्त हुआ, जिसके कारण सुहेली पुनर्जीवन जैसी परियोजनाओं को गति मिल सकी। इससे अब तक 50 हजार से अधिक लोग लाभान्वित हुए हैं और 1500 हेक्टेयर कृषि भूमि जलभराव से मुक्त हुई है।”
उन्होंने ड्रेजिंग जैसी परियोजनाओं को मिली मंजूरी को सरकार की संवेदनशीलता और प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया।
विधायक शशांक वर्मा का बयान: अब असंभव भी संभव हो रहा है
विधायक शशांक वर्मा ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री योगी के मार्गदर्शन में अब वे कार्य भी पूर्ण हो रहे हैं जिन्हें पहले असंभव माना जाता था। उन्होंने कहा कि कटान पर नियंत्रण के लिए चलाई जा रही परियोजनाओं का जमीनी असर स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है।
शारदा बैराज निरीक्षण: मानसून तैयारियों का लिया जायजा
इसके पश्चात जलशक्ति मंत्री ने शारदा बैराज का निरीक्षण किया। अधिशासी अभियंता करणपाल सिंह ने मंत्री को बैराज की जल संचालन प्रणाली, गेट ऑपरेशन, निगरानी तंत्र आदि की विस्तृत जानकारी दी। मंत्री ने मानसून सीजन में समयबद्ध समन्वय, सतर्कता और तकनीकी दक्षता को अत्यंत आवश्यक बताते हुए अधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी दिए।
शारदानगर में 68.5 करोड़ की 15 परियोजनाओं का लोकार्पण
शारदा नगर स्थित निरीक्षण भवन में मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने 68.5 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 12 कटान निरोधक परियोजनाओं और 3 सिंचाई परियोजनाओं का विधिवत लोकार्पण किया। उन्होंने बटन दबाकर इन योजनाओं का उद्घाटन करते हुए कहा:
“यह परियोजनाएं न केवल किसानों की भूमि को सुरक्षित रखेंगी, बल्कि जल की सुचारु आपूर्ति से कृषि उत्पादन भी बढ़ेगा। यह मुख्यमंत्री योगी की ग्रामीण और किसान केंद्रित सोच का परिणाम है।”
कार्यक्रम के दौरान जिलाध्यक्ष सुनील सिंह, अधिशासी अभियंता अजय कुमार, मुख्य अभियंता माहेश्वरी प्रसाद (रुहेलखंड), एचएन सिंह (शारदा, बरेली), धर्मेंद्र कुमार (बाढ़ मंडल) सहित सिंचाई विभाग के कई अधिकारी, जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।
जनसहयोग और सरकारी समर्पण का आदर्श उदाहरण
इस व्यापक कार्यक्रम श्रृंखला ने स्पष्ट कर दिया कि जब जनप्रतिनिधि, प्रशासन और जनता एकजुट होकर किसी उद्देश्य के लिए कार्य करते हैं, तो परिणाम अवश्य मिलता है। सुहेली नदी का पुनर्जीवन हो, शारदा बैराज की निगरानी हो या कटान व सिंचाई परियोजनाओं का लोकार्पण—लखीमपुर खीरी आज विकास और पर्यावरण संतुलन का आदर्श बनता जा रहा है।
यह कार्यक्रम न केवल एक प्रशासनिक उपलब्धि था, बल्कि यह उत्तर प्रदेश के समग्र विकास और प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण की दिशा में एक सशक्त कदम था।
