विधान परिषद शिक्षक व स्नातक निर्वाचन क्षेत्रों की निर्वाचक नामावलियों का पुनरीक्षण शुरू
डीएम ने राजनीतिक दलों व शिक्षक संघों संग की बैठक, पात्रता व प्रक्रिया पर दिया व्यापक मार्गदर्शन
लखीमपुर खीरी, 14 अक्टूबर। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों के क्रम में उत्तर प्रदेश विधान परिषद के स्नातक एवं शिक्षक निर्वाचन क्षेत्रों की निर्वाचक नामावलियों का De-Novo पुनरीक्षण जनपद में औपचारिक रूप से आरंभ हो गया है। इस पुनरीक्षण को पारदर्शिता और भागीदारीपूर्ण दृष्टिकोण से संचालित करने के उद्देश्य से मंगलवार को कलेक्ट्रेट स्थित अटल सभागार में डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल की अध्यक्षता में महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि, मान्यता प्राप्त शिक्षक संघों के पदाधिकारी, अधिकारीगण एवं संबंधित विभागों के कर्मी शामिल हुए।

दिशानिर्देशों की जानकारी और कार्यक्रम की रूपरेखा साझा
डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने बैठक में निर्वाचन आयोग द्वारा जारी कार्यक्रम की प्रमुख तिथियों, पात्रता मानकों और आवेदन प्रक्रिया पर विस्तृत जानकारी दी। बैठक में मौजूद सभी प्रतिनिधियों को आधिकारिक कार्यक्रम की मुद्रित प्रति उपलब्ध कराई गई। यह सुनिश्चित किया गया कि कोई भी पात्र शिक्षक या स्नातक मताधिकार से वंचित न रहे।
पात्र व्यक्तियों से अपील – अधिक से अधिक आवेदन कराएं
डीएम ने राजनीतिक संगठनों और शिक्षक संघों से अपील की कि वे अपने स्तर से अधिक से अधिक पात्र शिक्षकों व स्नातकों को निर्वाचक नामावली में नाम जोड़ने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में विधान परिषद की भूमिका अहम होती है और ऐसे में मतदाताओं की शत-प्रतिशत भागीदारी अत्यंत आवश्यक है।
उन्होंने बताया कि इच्छुक पात्र व्यक्ति अपने शैक्षिक प्रमाणपत्रों एवं जरूरी दस्तावेजों के साथ निर्धारित प्रारूप –
🔹 प्रारूप-18 (स्नातक हेतु)
🔹 प्रारूप-19 (शिक्षक हेतु)
में आवेदन कर सकते हैं। आवेदन किसी भी कार्य दिवस में सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी, उपजिलाधिकारी या नाम निर्दिष्ट अधिकारी को संबंधित तहसील, ब्लॉक या नगर पालिका/नगर पंचायत कार्यालय में जमा किया जा सकता है।

शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र में कौन करा सकता है नाम शामिल?
एडीएम नरेंद्र बहादुर सिंह ने शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र की पात्रता को विस्तार से स्पष्ट किया। उन्होंने बताया कि निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार निम्न संस्थानों के कार्यरत शिक्षक निर्वाचक नामावली में अपना नाम जुड़वा सकते हैं:
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उत्तर प्रदेश के सभी विश्वविद्यालय
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डिग्री कॉलेज
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इंटर कॉलेज
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उच्चतर माध्यमिक विद्यालय
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हाईस्कूल (कक्षा 9-10)
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शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय
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तकनीकी एवं व्यावसायिक संस्थान
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ओरिएंटल भाषा में शिक्षण देने वाले मान्यता प्राप्त संस्थान
उन्होंने कहा कि शिक्षक अपने संस्थान की मान्यता और शिक्षण अनुभव के आधार पर आवश्यक दस्तावेज प्रस्तुत कर आवेदन कर सकते हैं।
पारदर्शिता और जागरूकता पर जोर
बैठक के दौरान डीएम ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी तहसीलों और ब्लॉकों में सहायता केंद्र स्थापित किए जाएँ ताकि आवेदकों को फार्म भरने और दस्तावेज जमा कराने में किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। साथ ही, प्रचार-प्रसार के माध्यम से अधिक से अधिक स्नातक और शिक्षकों को इस पुनरीक्षण कार्यक्रम की जानकारी देने के निर्देश भी दिए गए।
अंत में, डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने कहा कि निर्वाचक नामावली का यह पुनरीक्षण लोकतांत्रिक संस्थाओं की मजबूती का महत्वपूर्ण चरण है और प्रत्येक पात्र मतदाता का नाम दर्ज होना लोकतांत्रिक अधिकार ही नहीं, बल्कि सामाजिक उत्तरदायित्व भी है। उन्होंने भरोसा जताया कि जिले के शिक्षक, स्नातक और प्रतिनिधि मिलकर इस अभियान को सफल बनाएंगे।
