हर बच्चा पढ़े, हर सपना सजे : लखीमपुर खीरी में मूकबधिर बच्चों की ‘स्कूल चलो रैली’ ने समाज को दिया गहरा संदेश
डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने इशारों में बच्चों का बढ़ाया हौसला, साथ चलकर दिया स्नेह का संदेश
लखीमपुर खीरी, 23 जुलाई 2025
शब्दों की आवश्यकता वहां नहीं होती जहां संवेदनाएं बोलती हैं और हौसला आत्मा से झलकता है। कुछ ऐसा ही अद्भुत और प्रेरणादायक दृश्य बुधवार को लखीमपुर खीरी में तब देखने को मिला जब आदर्श मूकबधिर विद्यालय के बच्चों ने ‘स्कूल चलो अभियान’ के तहत रैली निकाली और पूरे समाज को यह संदेश दिया कि शिक्षा सबका अधिकार है – चाहे वह सुन-सकता हो या न बोल सकता हो।
इस जागरूकता रैली का शुभारंभ जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल ने कलेक्ट्रेट परिसर से हरी झंडी दिखाकर किया। उन्होंने न सिर्फ रैली को रवाना किया, बल्कि कुछ दूर तक खुद बच्चों के साथ पैदल चलकर उनका हौसला भी बढ़ाया। इस दौरान डीएम बच्चों से आत्मीय संवाद करती रहीं — विशेष बच्चों की भाषा में, इशारों में। उनका यह संवेदनशील और मानवीय रूप देखकर उपस्थित अधिकारीगण, विद्यालय स्टाफ और राहगीर भावुक हो उठे।
इशारों में संवाद, दिलों से संवाद
डीएम ने कहा,
“इन बच्चों की मुस्कान हमारी सबसे बड़ी उपलब्धि है। ये बच्चे किसी से कम नहीं हैं, बस उन्हें हमारी संवेदनशीलता और सहयोग की जरूरत है। शिक्षा का अधिकार हर बच्चे का है, और जब ये बच्चे आगे बढ़ते हैं तो पूरा समाज आगे बढ़ता है।”
रैली शहर के प्रमुख मार्गों – तहसील रोड, चौक बाजार, गांधी चौराहा होते हुए विद्यालय परिसर में समाप्त हुई। रैली के दौरान मूकबधिर बच्चों ने अपने हाथों में पोस्टर और प्लेकार्ड थाम रखे थे, जिन पर लिखा था:
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“शिक्षा सबका अधिकार है”
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“हम भी पढ़ेंगे, आगे बढ़ेंगे”
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“सपने हमारे भी हैं, उड़ान हमें भी चाहिए”
जनता ने बढ़ाया उत्साह, तालियों से मिला साथ
रैली के मार्ग में राह चलते लोगों ने तालियों की गूंज के साथ बच्चों का स्वागत किया। बच्चों के चेहरे पर मुस्कान थी, आंखों में आत्मविश्वास और हाथों में उम्मीदों की तख्तियां। इस छोटे से प्रयास ने शहर को एक बड़ा सामाजिक संदेश दिया — समाज की असली ताकत उसकी समावेशिता और करुणा में है।
विद्यालय प्रशासन की अहम भूमिका
रैली में विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष सुरेंद्र कुमार तोलानी, प्रधानाचार्य रामदुलारे वर्मा, शिक्षकों और सहायकों की सक्रिय सहभागिता रही। विद्यालय स्टाफ ने बताया कि स्कूल चलो अभियान के तहत विशेष बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए विभिन्न गतिविधियाँ आयोजित की जाती हैं और यह रैली उसी का हिस्सा थी।
विद्यालय प्रधानाचार्य रामदुलारे वर्मा ने कहा,
“हमारे बच्चों की क्षमताएं अद्भुत हैं। यदि उन्हें सही मार्गदर्शन, सहारा और संसाधन मिलें तो ये समाज की दिशा और दशा बदल सकते हैं।”
एक प्रेरणादायी पहल
‘हर बच्चा पढ़े, हर सपना सजे’ की यह रैली केवल एक औपचारिक आयोजन नहीं थी, बल्कि यह संवेदनशील प्रशासन, जागरूक समाज और विशेष बच्चों की संकल्पशक्ति का संगम थी। डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल की सहभागिता और स्नेहपूर्ण व्यवहार ने यह सिद्ध कर दिया कि प्रशासन जब बच्चों के साथ खड़ा होता है, तो उनकी उड़ान को कोई रोक नहीं सकता।
इस रैली ने न केवल शिक्षा का महत्व उजागर किया, बल्कि यह भी दिखा दिया कि समाज के हर वर्ग को बराबरी का अवसर मिलना चाहिए — चाहे वह बोल सकता हो या नहीं, सुन सकता हो या नहीं — क्योंकि सपने सभी के होते हैं और उड़ान पर किसी का एकाधिकार नहीं होता।
