6.31 करोड़ की सौगात: छाउछ में बन रहा अत्याधुनिक ऑडिटोरियम, सीडीओ ने दिए गुणवत्ता के सख्त निर्देश
लखीमपुर खीरी जिले के विकास मानचित्र पर एक और महत्वपूर्ण सुविधा जुड़ने जा रही है। छाउछ स्थित राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय में निर्माणाधीन 300 सीट क्षमता का आधुनिक ऑडिटोरियम अब तेज़ी से आकार ले रहा है। इस परियोजना को जिले की बहुप्रतीक्षित जरूरतों में शामिल किया जा रहा है।
मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक कुमार ने हाल ही में निर्माण स्थल का निरीक्षण किया और कार्य की गुणवत्ता व प्रगति की गहन समीक्षा की। निरीक्षण के दौरान उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि निर्माण कार्य में किसी भी तरह की लापरवाही या गुणवत्ता में कमी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

सीडीओ ने डाइनिंग हॉल, ऑडिटोरियम-कम-कॉमन हॉल, स्टाफ रूम और आवासीय भवनों का अवलोकन करते हुए कार्यदायी संस्था को निर्देश दिए कि सभी निर्माण सामग्री मानकों के अनुरूप हो और समयसीमा का विशेष ध्यान रखा जाए।
यह परियोजना 30 अगस्त 2024 को स्वीकृत की गई थी, जिसकी कुल लागत 6.31 करोड़ रुपये है। इसका निर्माण कार्य यूपी-सिडको को सौंपा गया है। अधिकारियों के अनुसार, यह ऑडिटोरियम जिले के लिए एक बड़ी उपलब्धि साबित होगा।
कार्यदायी संस्था ने बताया कि ऑडिटोरियम हॉल का निर्माण 18×34 मीटर क्षेत्र में किया जा रहा है। इसमें आधुनिक डिज़ाइन वाला स्टेज, बेहतर ध्वनि व्यवस्था और पर्याप्त बैठने की सुविधा होगी, जिससे 300 दर्शक एक साथ कार्यक्रम का आनंद ले सकेंगे।
ऑडिटोरियम के साथ-साथ आठ टाइप-2 आवास और स्टाफ रूम का निर्माण भी किया जा रहा है। इससे विद्यालय में कार्यरत कर्मचारियों को बेहतर आवासीय सुविधा मिलेगी और कार्यस्थल पर उनकी उपलब्धता भी बढ़ेगी।

सीडीओ ने कहा कि इस ऑडिटोरियम के बन जाने से जिले में शैक्षिक गोष्ठियों, सांस्कृतिक कार्यक्रमों, प्रशिक्षण सत्रों और सामाजिक आयोजनों के लिए एक आधुनिक मंच उपलब्ध होगा। यह सुविधा न केवल छात्रों बल्कि आम जनमानस के लिए भी उपयोगी सिद्ध होगी।
जनपद में फिलहाल ऐसा कोई आधुनिक इनडोर ऑडिटोरियम नहीं है, जिसकी क्षमता 300 लोगों की हो। ऐसे में छाउछ में बन रहा यह भवन जिले की एक बड़ी कमी को पूरा करेगा।

सीडीओ अभिषेक कुमार ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि निर्माण कार्य की नियमित मॉनिटरिंग की जाए, ताकि परियोजना समय पर पूरी हो और जनता को जल्द इसका लाभ मिल सके।
यह ऑडिटोरियम आने वाले समय में शिक्षा और संस्कृति के क्षेत्र में जिले की पहचान को नई ऊंचाई देने का काम करेगा।
