पिपरा करमचंद गांव को मिली विकास की सौगात – सहजन पौधों से जागी हरियाली की अलख, आरओ प्लांट और शौचालय का लोकार्पण

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पिपरा करमचंद गांव को मिली विकास की सौगात – सहजन पौधों से जागी हरियाली की अलख, आरओ प्लांट और शौचालय का लोकार्पण
“हर घर एक पौधा, हर हाथ संरक्षण की जिम्मेदारी” – प्रभारी मंत्री नितिन अग्रवाल

लखीमपुर खीरी, 16 जुलाई।
सदर ब्लॉक के ग्राम पिपरा करमचंद में बुधवार को विकास और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में ऐतिहासिक कदम उठाए गए। जनपद लखीमपुर खीरी में पर्यावरण जागरूकता के साथ-साथ ग्रामीण विकास की एक मिसाल बनाते हुए प्रदेश सरकार के प्रभारी मंत्री नितिन अग्रवाल ने ग्राम स्थित श्यामनाथ मंदिर परिसर में आरओ प्लांट और सामुदायिक शौचालय का लोकार्पण किया।

इस विशेष अवसर पर विधायक योगेश वर्मा, जिलाध्यक्ष सुनील सिंह, जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल, पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा, प्रभागीय वन अधिकारी सौरीस सहाय, क्षेत्र पंचायत प्रमुख दिव्या सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि नरेंद्र सिंह सहित तमाम जनप्रतिनिधि, अधिकारी और सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित रहे।


सहजन पौधों का वितरण, पौधरोपण से संजीवनी

कार्यक्रम के दौरान मंदिर परिसर में आयोजित समारोह में ग्राम की महिलाओं को सहजन के पौधे वितरित किए गए। सहजन, जिसे ‘मुनगा’ भी कहा जाता है, औषधीय गुणों से भरपूर है और पोषण के साथ-साथ स्वास्थ्य के लिए भी उपयोगी माना जाता है। प्रभारी मंत्री ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए यदि हर घर एक पौधा लगाए और उसकी देखभाल का संकल्प ले, तो आने वाली पीढ़ियों को शुद्ध व सुरक्षित पर्यावरण मिल सकता है।

इससे पहले प्रभारी मंत्री ने पिपरा करमचंद के परिषदीय विद्यालय परिसर में इको क्लब के बच्चों – सुबोध, गरिमा सिंह, पीहू वर्मा, शनि, आनवी, नितांशी, राखी, पीहू, आशिक, समीर, नारायण भास्कर और ऋषि कुमार के साथ हरिशंकरी पौधों का रोपण किया।


पर्यावरण ही भविष्य की नींव: प्रभारी मंत्री नितिन अग्रवाल

अपने संबोधन में मंत्री नितिन अग्रवाल ने वृक्षारोपण को समय की सबसे बड़ी आवश्यकता बताते हुए कहा:

“आज जब पेड़ों की अंधाधुंध कटाई और पर्यावरण असंतुलन के चलते मानसून की अनिश्चितता देखने को मिल रही है, तब पौधारोपण और उनका संरक्षण हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में इस वर्ष प्रदेश में 37 करोड़ से अधिक पौधे रोपे गए हैं।”

उन्होंने कहा कि सहजन जैसे पौधे न केवल पर्यावरण संतुलन को बनाए रखने में सहायक हैं, बल्कि स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से भी लाभकारी हैं।

“हमें पौधों की देखरेख वैसे ही करनी चाहिए जैसे हम अपने परिवार के सदस्य की करते हैं।”


विधायक योगेश वर्मा और जनप्रतिनिधियों ने किया प्रेरित

विधायक योगेश वर्मा ने अपने वक्तव्य में कहा कि केवल पौधा लगाना ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि

“जब तक वह पौधा एक मजबूत पेड़ न बन जाए, उसकी देखभाल करना हम सभी की जिम्मेदारी है।”

क्षेत्र पंचायत प्रमुख दिव्या सिंह ने कार्यक्रम में शामिल सभी जनप्रतिनिधियों, ग्रामीणों और अधिकारियों के प्रति आभार व्यक्त किया और भविष्य में ऐसे जनहित कार्यों को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता जताई।


जनभागीदारी बनी कार्यक्रम की जान

गांव के ग्रामीणों, स्कूली बच्चों और जनप्रतिनिधियों ने बढ़-चढ़कर कार्यक्रम में भाग लिया। महिलाओं को सहजन के पौधे देकर पर्यावरण संरक्षण में उनकी भागीदारी को सम्मानित किया गया। अंत में उपस्थित सभी लोगों ने पौधों की देखभाल और हरियाली बढ़ाने का संकल्प लिया।


संदेश स्पष्ट है:

“हर हाथ एक पौधा, हर घर एक हरियाली की जिम्मेदारी।”
पिपरा करमचंद गांव में शुरू हुई यह पहल आने वाले समय में जनपद भर के लिए एक प्रेरणास्त्रोत बनेगी।

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